बिहार। पढ़े लिखे युवाओं में आजकल बेरोजगारी के कारण निराशा देखने को मिलती है। कई युवा हार मान कर दुखी हो जाते हैं तो कुछ अपने दम पर कुछ करने की ठान लेते हैं। ऐसी ही एक कहानी है बिहार की प्रियंका गुप्ता की, जिन्होंने नौकरी न मिलने पर परेशान होने के बजाय खुद कुछ नया करने की शुरूवात की और दूसरों को भी प्रेरित करने लगी।
दरअसल, प्रियंका गुप्ता ने इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है। इसके बावजूद जब उन्हें नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने कुछ अलग करने का सोचा और पटना में महिला कॉलेज के सामने ही अपनी चाय की दुकान खोल ली। इतना ही नहीं, लोगों को प्रेरित करने के लिए उन्होंने अपने दुकान के बैनर पर शानदार लाइन भी लिखी है। उन्होंने लिखवाया है, लोग क्या सोचेंगे अगर ये भी हम सोचेंगे तो लोग क्या सोचेंगे।
उन्होंने बताया, कि मैंने 2019 में अपना यूजी किया था लेकिन पिछले 2 वर्षों से अबतक नौकरी नहीं मिल सकी। मैंने प्रफुल्ल बिलोर से प्रेरणा ली। वह कहती हैं, कई चायवाले हैं, चायवाली क्यों नहीं हो सकती?
Translate »